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বোব্বোর रशिर खयला, परबो दुई, शराते बइश कोई बार उद्दम चोदाचवी करे आंकल चले गेलो.
अमराउ एर परे दिन शहरे चले आशलाम, से दिनेर पर थेके अंकल आम्मुर साथे नियमितो जोगा-जोग राखा शुरु करलो.
शहरे एशे आमर आगेर मास्टर के चेंज करे, अमा के परानोर जन्न एक जन मैडम शिक्खक ठीक करलो, परे जानते पारलाम, इमैडम अंकलेर बाध्धोडाशी.
शहरे आशार प्राय एक शप्ता हो पर एक दिन खुब भरे अंकल बाशाई आशलेन, अम्मुर बेश सेजे गुझे रेडी हलेन, से दिन अम्मुर के देखलाम स्लीबलेस बलाउज परते एबं लाल सारी, लाल पेटीकोट बलाउज, भीतरे कलो ब्रा और पैंट
परेछे, अतो ताइ टाइट करे पेटीकोट सारी परेछे जे ब्रा खुब